वो जो अब साथ नहीं, अब तक आस पास हैं;
उन्हें ये एहसास नहीं, वो ही मेरे एहसास हैं;
हमें जो कब से भूल गये, हर याद में अब तक हैं;
दिल के दरवाज़े पर, हर याद इक दस्तक है;
सोचा कई बार – न सोचें वही बातें,
दिन तो गुज़र ही जाते हैं, मुश्किल हैं ये रातें;
प्यार वफ़ा के नाम पर खुद से ही मज़ाक किया;
जो धड़कन भी न पढ़ सके, क्यूं उनसे इतना प्यार किया;
एक हो तो फ़िक्र नहीं, कितने गमों को नाम दें ;
दिल जो अब भी धड़कता है, क्या इसे ईनाम दें!!!